अपने दोनों हाथ जोड़कर गौरव ने कहा -" यह आपका स्नेह है जो मेरे हर कार्य में अच्छाई देखता अपने दोनों हाथ जोड़कर गौरव ने कहा -" यह आपका स्नेह है जो मेरे हर कार्य में अच्छा...
कथाकार को लगा कि वह किससे बातें कर रहा है.... कहीं यह मेरा अक्स तो नहीं...! कथाकार को लगा कि वह किससे बातें कर रहा है.... कहीं यह मेरा अक्स तो नहीं...!
मैं जब उससे मिलने उसके घर गई तो वह बड़े चाव से मछली तल रही थी मैं जब उससे मिलने उसके घर गई तो वह बड़े चाव से मछली तल रही थी
गहरे आत्म-मंथन के बाद अक्षत को अहसास हुआ कि कहीं न कहीं गलती खुद की ही है गहरे आत्म-मंथन के बाद अक्षत को अहसास हुआ कि कहीं न कहीं गलती खुद की ही है
मैं उन्हें उपहार के रूप में कुछ देना चाहता हूं। मैं उन्हें उपहार के रूप में कुछ देना चाहता हूं।
गाँव में पानी की बहुत कमी है, शायद एकाध वर्ष में घर को बेचना भी पड़े। पर मन के एक कोने में मेरा घर हम... गाँव में पानी की बहुत कमी है, शायद एकाध वर्ष में घर को बेचना भी पड़े। पर मन के एक...